यहोवा मेरा चरवाहा है एक भेड़ के दृश्टिकोण से।
प्रभू की स्तुति हो , यहोवा मेरा चरवाहा है यह भजन मुझे बहुत अच्छा लगता है।
इस ब्लॉग में हम लोग देखेंगे की एक भेड की भावना क्या रहती है।
१) मुझे चिंता करने की जरूरत नहीं है |
२) क्यूंकि उसे हर समय मेरा ध्यान रहता है|
३) वह मेरे साथ साथ चलता है|
४) वह मेरे साथ खाना खाता है |
५) वह मुझसे बात करता है |
६) वह मेरे साथ चलता है|
७) वह मेरे साथ आराम करता है |
८) जब कभी में मार्ग भटक जाता हु तब वह मुझे सही मार्ग पे ले चलता है|
९) जब कभी कोई शत्रु मुझे मारने आता है तब वह मेरी रक्षा करता है|
१०) वह अपना हाथ मेरे सर पे रखता है और मुझे सहलाता है |
और कुछ गहराई की बाते यहोवा मेरा चरवाहा है इस वचन पर
११) वह मेरा ख़ास है और में उसका प्रिय हु |
१२) परमेश्वर का वचन यह नहीं कहता की यहोवा हमारा चरवाहा है, बल्कि वह मेरा चरवाहा है |
१३) वह मुझपे विश्वास करता है क्यूंकि वह मुझसे प्रेम रखता है |
१४) उसने मुझे चुना है |
१५) जब कभी मुझे भूक लगती है तब वह मुझे हरी चराइयो में चराता है|
१६) जब कभी मुझे प्यास लगती है तब वह मुझे सुखदाई जल के पास ले चलता है |
१७) क्यूंकि मेरी भाषा और मेरे चरवाहे की भाषा अलग है फिर भी हम एक दूसरे को समझ पाते है क्यों की हमारा ह्रदय से ह्रदय का नाता है |
१८) बहोत से भेड़ो के बीच में भी वह मेरी आवाज़ सही से पहचान लेता है |
१९) यीशु मसीह मेरा मेरे साथ रहता है |
२०) यीशु मसीह कभी भी मुझसे ऊब नहीं जाता |
२१) में कितना आशीषित हु।
२२) में अपने आप को सुरक्षित महसूस करता हु।
आमेन
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