मैं अपने आप से कुछ नहीं कर सकता; जैसा सुनता हूं, वैसा न्याय करता हूं, और मेरा न्याय सच्चा है;… Read More
६ धर्म खरी चाल चलने वाले की रक्षा करता है, परन्तु पापी अपनी दुष्टता के कारण उलट जाता है:७ कोई… Read More
भजन संहिता- १३९:१२तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और… Read More
व्यवस्थाविवरण- ५:२९ भला होता कि उनका मन सदैव ऐसा ही बना रहे, कि वे मेरा भय मानते हुए मेरी सब… Read More
उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग… Read More
२५ तेरे जूते लोहे और पीतल के होंगे, और जैसे तेरे दिन वैसी ही तेरी शक्ति हो: २६ हे यशूरून,… Read More
७ - पुराना खमीर निकाल कर, अपने आप को शुद्ध करो:कि नया गूंधा हुआ आटा बन जाओ; ताकि तुम अखमीरी… Read More
मुझे भली विवेक- शक्ति और ज्ञान दे, क्योंकि मैं ने तेरी आज्ञाओं का विश्वास किया है: प्रभु की स्तुति हो!यह… Read More
नीतिवचन-६:१६ वस्तुओं से यहोवा बैर रखता है, वरन सात हैं जिन से उस को घृणा है १७ अर्थात घमण्ड से… Read More
मत्ती-७:६ -पवित्र वस्तु कुत्तों को न दो, और अपने मोती सूअरों के आगे मत डालो; ऐसा न हो कि वे… Read More